महाभारतम् — 18.3.24
Original
Segmented
उपरि उपरि राज्ञाम् हि तव लोका युधिष्ठिर हरिश्चन्द्र-समाः पार्थ येषु त्वम् विहरिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपरि | उपरि | pos=i |
उपरि | उपरि | pos=i |
राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हि | हि | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
लोका | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
हरिश्चन्द्र | हरिश्चन्द्र | pos=n,comp=y |
समाः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
येषु | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विहरिष्यसि | विहृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |