महाभारतम् — 16.4.46
Original
Segmented
भगवन् संहृतम् सर्वम् त्वया भूयिष्ठम् अच्युत रामस्य पदम् अन्विच्छ तत्र गच्छाम यत्र सः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| संहृतम् | संहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| भूयिष्ठम् | भूयिष्ठ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अच्युत | अच्युत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अन्विच्छ | अन्विष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| गच्छाम | गम् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |