Original

करालो विकटो मुण्डः पुरुषः कृष्णपिङ्गलः ।गृहाण्यवेक्ष्य वृष्णीनां नादृश्यत पुनः क्वचित् ॥ २ ॥

Segmented

करालो विकटो मुण्डः पुरुषः कृष्ण-पिङ्गलः गृहाणि अवेक्ष्य वृष्णीनाम् न अदृश्यत पुनः क्वचित्

Analysis

Word Lemma Parse
करालो कराल pos=a,g=m,c=1,n=s
विकटो विकट pos=a,g=m,c=1,n=s
मुण्डः मुण्ड pos=a,g=m,c=1,n=s
पुरुषः पुरुष pos=n,g=m,c=1,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=a,comp=y
पिङ्गलः पिङ्गल pos=a,g=m,c=1,n=s
गृहाणि गृह pos=n,g=n,c=2,n=p
अवेक्ष्य अवेक्ष् pos=vi
वृष्णीनाम् वृष्णि pos=n,g=m,c=6,n=p
pos=i
अदृश्यत दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
पुनः पुनर् pos=i
क्वचित् क्वचिद् pos=i