महाभारतम् — 15.7.7
Original
Segmented
उपलभ्य ततः प्राणान् धृतराष्ट्रो महीपतिः बाहुभ्याम् सम्परिष्वज्य मूर्ध्नि आजिघ्रत पाण्डवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपलभ्य | उपलभ् | pos=vi |
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महीपतिः | महीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाहुभ्याम् | बाहु | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| सम्परिष्वज्य | सम्परिष्वज् | pos=vi |
| मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| आजिघ्रत | आघ्रा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |