महाभारतम् — 15.47.10
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततः स पृथिवीपालः पाण्डवानाम् धुरंधरः निर्ययौ सह सोदर्यैः स दारः भरत-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पृथिवीपालः | पृथिवीपाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
धुरंधरः | धुरंधर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सह | सह | pos=i |
सोदर्यैः | सोदर्य | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स | स | pos=i |
दारः | दार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |