महाभारतम् — 15.35.3
Original
Segmented
कच्चित् हृदि न ते शोको राजन् पुत्र-विनाश-जः कच्चित् ज्ञानानि सर्वाणि प्रसन्नानि ते अनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शोको | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
विनाश | विनाश | pos=n,comp=y |
जः | ज | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कच्चित् | कच्चित् | pos=i |
ज्ञानानि | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
प्रसन्नानि | प्रसद् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |