महाभारतम् — 14.96.13
Original
Segmented
तैः च उक्तवान् यज्ञियान् देशान् धर्म-अरण्यानि च एव ह जुगुप्सन् परिधावन् स यज्ञम् तम् समुपासदत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यज्ञियान् | यज्ञिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
देशान् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अरण्यानि | अरण्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
ह | ह | pos=i |
जुगुप्सन् | जुगुप्स् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
परिधावन् | परिधाव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपासदत् | समुपसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |