महाभारतम् — 14.96.11
Original
Segmented
इत्य् उक्तो जात-संत्रासः स तत्र अन्तरधीयत पितॄणाम् अभिषङ्गात् तु नकुल-त्वम् उपागतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जात | जन् | pos=va,comp=y,f=part |
संत्रासः | संत्रास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
अन्तरधीयत | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पितॄणाम् | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अभिषङ्गात् | अभिषङ्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तु | तु | pos=i |
नकुल | नकुल | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपागतः | उपागम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |