महाभारतम् — 14.96.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच को ऽसौ नकुल-रूपेण शिरसा काञ्चनेन वै प्राह मानुष-वत् वाचम् एतत् पृष्टो वदस्व मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नकुल | नकुल | pos=n,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
काञ्चनेन | काञ्चन | pos=a,g=n,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |
प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मानुष | मानुष | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
वाचम् | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पृष्टो | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वदस्व | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |