महाभारतम् — 14.93.84
Original
Segmented
ततस् तु सक्तु-गन्धेन क्लेदेन सलिलस्य च दिव्य-पुष्प-अवमर्दात् च साधोः दान-लवैः च तैः विप्रस्य तपसा तस्य शिरो मे काञ्चनीकृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
सक्तु | सक्तु | pos=n,comp=y |
गन्धेन | गन्ध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
क्लेदेन | क्लेद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सलिलस्य | सलिल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
अवमर्दात् | अवमर्द | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
साधोः | साधु | pos=a,g=m,c=6,n=s |
दान | दान | pos=n,comp=y |
लवैः | लव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विप्रस्य | विप्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शिरो | शिरस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
काञ्चनीकृतम् | काञ्चनीकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |