महाभारतम् — 14.9.4
Original
Segmented
बृहस्पतिः उवाच मरुत्तम् आहुः मघवन् यक्ष्यमाणम् महा-यज्ञेन उत्तम-दक्षिणेन तम् संवर्तो याजयिता इति मे श्रुतम् तद् इच्छामि न स तम् याजयेत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मरुत्तम् | मरुत्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
मघवन् | मघवन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यक्ष्यमाणम् | यज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यज्ञेन | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उत्तम | उत्तम | pos=a,comp=y |
दक्षिणेन | दक्षिणा | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संवर्तो | संवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
याजयिता | याजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
याजयेत | याजय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |