महाभारतम् — 14.9.29
Original
Segmented
इन्द्र उवाच न चण्डिका जङ्गमा नो करेणुः न वारि-सोमम् प्रपिबामि वह्ने न दुर्बले वै विसृजामि वज्रम् को मे ऽसुखाय प्रहरेत् मनुष्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
चण्डिका | चण्डिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
जङ्गमा | जङ्गम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
नो | नो | pos=i |
करेणुः | करेणु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वारि | वारि | pos=n,comp=y |
सोमम् | सोम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपिबामि | प्रपा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वह्ने | वह्नि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
दुर्बले | दुर्बल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
वै | वै | pos=i |
विसृजामि | विसृज् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वज्रम् | वज्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽसुखाय | असुख | pos=n,g=n,c=4,n=s |
प्रहरेत् | प्रहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मनुष्यः | मनुष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |