महाभारतम् — 14.9.24
Original
Segmented
इन्द्र उवाच पुनः भवान् पार्थिवम् तम् समेत्य वाक्यम् मदीयम् प्रापय स्व-अर्थ-युक्तम् पुनः यदि उक्तवान् न करिष्यते वचस् ततो वज्रम् सम्प्रहर्तास्मि तस्मै
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पुनः | पुनर् | pos=i |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पार्थिवम् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समेत्य | समे | pos=vi |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मदीयम् | मदीय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रापय | प्रापय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
यदि | यदि | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
करिष्यते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
वचस् | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
वज्रम् | वज्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सम्प्रहर्तास्मि | सम्प्रहृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |