महाभारतम् — 14.9.15
Original
Segmented
यद्-अर्थम् माम् प्राहिणोत् त्वद्-सकाशम् बृहस्पतिम् परिदातुम् मरुत्ते अयम् गुरुः याजयिता नृप त्वाम् मर्त्यम् सन्तम् अमरम् त्वाम् करोतु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यद् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्राहिणोत् | प्रहि | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
सकाशम् | सकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बृहस्पतिम् | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिदातुम् | परिदा | pos=vi |
मरुत्ते | मरुत्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
याजयिता | याजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
मर्त्यम् | मर्त्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सन्तम् | अस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अमरम् | अमर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
करोतु | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lot |