महाभारतम् — 14.9.14
Original
Segmented
अग्निः उवाच शक्रो भृशम् सु सुखी पार्थिव-इन्द्र प्रीतिम् च इच्छति अजराम् वै त्वया सः देवाः च सर्वे वशगाः तस्य राजन् संदेशम् त्वम् शृणु मे देवराज्ञः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
सु | सु | pos=i |
सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
इच्छति | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अजराम् | अजर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वशगाः | वशग | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
संदेशम् | संदेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
देवराज्ञः | देवराजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |