Original

प्रणम्य शिरसा देवमनङ्गाङ्गहरं हरम् ।शरण्यं शरणं याहि महादेवं चतुर्मुखम् ॥ ३० ॥

Segmented

प्रणम्य शिरसा देवम् अनङ्ग-अङ्ग-हरम् हरम् शरण्यम् शरणम् याहि महादेवम् चतुर्मुखम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रणम्य प्रणम् pos=vi
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
देवम् देव pos=n,g=m,c=2,n=s
अनङ्ग अनङ्ग pos=n,comp=y
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
हरम् हर pos=a,g=m,c=2,n=s
हरम् हर pos=n,g=m,c=2,n=s
शरण्यम् शरण्य pos=a,g=m,c=2,n=s
शरणम् शरण pos=n,g=n,c=2,n=s
याहि या pos=v,p=2,n=s,l=lot
महादेवम् महादेव pos=n,g=m,c=2,n=s
चतुर्मुखम् चतुर्मुख pos=n,g=m,c=2,n=s