महाभारतम् — 14.71.15
Original
Segmented
जिष्णुः सहिष्णुः धृष्णुः च स एनम् पालयिष्यति शक्तः स हि महीम् जेतुम् निवात-कवच-अन्तकः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जिष्णुः | जिष्णु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सहिष्णुः | सहिष्णु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धृष्णुः | धृष्णु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पालयिष्यति | पालय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
शक्तः | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जेतुम् | जि | pos=vi |
निवात | निवात | pos=a,comp=y |
कवच | कवच | pos=n,comp=y |
अन्तकः | अन्तक | pos=a,g=m,c=1,n=s |