Original

उत्तरा हि प्रियोक्तं वै कथयत्यरिसूदन ।अभिमन्योर्वचः कृष्ण प्रियत्वात्ते न संशयः ॥ २२ ॥

Segmented

उत्तरा हि प्रिय-उक्तम् वै कथयति अरि-सूदन अभिमन्योः वचः कृष्ण प्रिय-त्वात् ते न संशयः

Analysis

Word Lemma Parse
उत्तरा उत्तरा pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
उक्तम् वच् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
वै वै pos=i
कथयति कथय् pos=v,p=3,n=s,l=lat
अरि अरि pos=n,comp=y
सूदन सूदन pos=a,g=m,c=8,n=s
अभिमन्योः अभिमन्यु pos=n,g=m,c=6,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
त्वात् त्व pos=n,g=n,c=5,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
pos=i
संशयः संशय pos=n,g=m,c=1,n=s