महाभारतम् — 14.53.2
Original
Segmented
वासुदेव उवाच तमो रजः च सत्त्वम् च विद्धि भावान् मद्-आश्रयान् तथा रुद्रान् वसून् च अपि विद्धि मद्-प्रभवान् द्विज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तमो | तमस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भावान् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
आश्रयान् | आश्रय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
रुद्रान् | रुद्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वसून् | वसु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
प्रभवान् | प्रभव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
द्विज | द्विज | pos=n,g=m,c=8,n=s |