महाभारतम् — 14.48.5
Original
Segmented
एवम् पूर्वम् प्रसन्न-आत्मा लभते यद् यद् इच्छति अव्यक्तात् सत्त्वम् उद्रिक्तम् अमृत-त्वाय कल्पते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
प्रसन्न | प्रसद् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छति | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अव्यक्तात् | अव्यक्त | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उद्रिक्तम् | उद्रिच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अमृत | अमृत | pos=a,comp=y |
त्वाय | त्व | pos=n,g=n,c=4,n=s |
कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |