महाभारतम् — 14.42.45
Original
Segmented
विद्वान् कूर्म इव अङ्गानि कामान् संहृत्य सर्वशः विरजाः सर्वतो मुक्तो यो नरः स सुखी सदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कूर्म | कूर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अङ्गानि | अङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संहृत्य | संहृ | pos=vi |
सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
विरजाः | विरजस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
मुक्तो | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |