महाभारतम् — 14.37.17
Original
Segmented
रजः-गुणाः वो बहुधा अनुकीर्तिताः यथावद् उक्तम् गुण-वृत्तम् एव च नरो हि यो वेद गुणान् इमान् सदा स राजसैः सर्व-गुणैः विमुच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रजः | रजस् | pos=n,comp=y |
गुणाः | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वो | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
अनुकीर्तिताः | अनुकीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यथावद् | यथावत् | pos=i |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
वृत्तम् | वृत्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इमान् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सदा | सदा | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजसैः | राजस | pos=a,g=m,c=3,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विमुच्यते | विमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |