महाभारतम् — 14.19.9
Original
Segmented
वैराग्य-बुद्धिः सततम् ताप-दोष-व्यपेक्षकः आत्म-बन्ध-विनिर्मोक्षम् स करोति अचिरात् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैराग्य | वैराग्य | pos=n,comp=y |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
ताप | ताप | pos=n,comp=y |
दोष | दोष | pos=n,comp=y |
व्यपेक्षकः | व्यपेक्षक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
बन्ध | बन्ध | pos=n,comp=y |
विनिर्मोक्षम् | विनिर्मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अचिरात् | अचिरात् | pos=i |
इव | इव | pos=i |