महाभारतम् — 14.19.57
Original
Segmented
किम् पुनः ब्राह्मणाः पार्थ क्षत्रिया वा बहु-श्रुताः स्वधर्म-रति नित्यम् ब्रह्म-लोक-परायणाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | किम् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
ब्राह्मणाः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
क्षत्रिया | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वा | वा | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
श्रुताः | श्रुत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्वधर्म | स्वधर्म | pos=n,comp=y |
रति | रति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
परायणाः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=p |