Original

नैतत्पार्थ सुविज्ञेयं व्यामिश्रेणेति मे मतिः ।नरेणाकृतसंज्ञेन विदग्धेनाकृतात्मना ॥ ५१ ॥

Segmented

न एतत् पार्थ सु विज्ञातव्यम् व्यामिश्रेन इति मे मतिः नरेण अकृत-संज्ञेन विदग्धेन अकृतात्मना

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
सु सु pos=i
विज्ञातव्यम् विज्ञा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
व्यामिश्रेन व्यामिश्र pos=a,g=m,c=3,n=s
इति इति pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मतिः मति pos=n,g=f,c=1,n=s
नरेण नर pos=n,g=m,c=3,n=s
अकृत अकृत pos=a,comp=y
संज्ञेन संज्ञा pos=n,g=m,c=3,n=s
विदग्धेन विदग्ध pos=a,g=m,c=3,n=s
अकृतात्मना अकृतात्मन् pos=a,g=m,c=3,n=s