महाभारतम् — 14.19.21
Original
Segmented
इषीकाम् वा यथा मुञ्जात् कश्चिद् निर्हृत्य दर्शयेत् योगी निष्कृष्टम् आत्मानम् तथा संपश्यते तनौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इषीकाम् | इषीका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
मुञ्जात् | मुञ्ज | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निर्हृत्य | निर्हृ | pos=vi |
दर्शयेत् | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
योगी | योगिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निष्कृष्टम् | निष्कृष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
संपश्यते | संपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तनौ | तनु | pos=n,g=f,c=7,n=s |