महाभारतम् — 14.18.2
Original
Segmented
यथा प्रसू तु फली दद्यात् फलम् बहु तथा स्याद् विपुलम् पुण्यम् शुद्धेन मनसा कृतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| प्रसू | प्रसू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| फली | फलिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दद्यात् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| विपुलम् | विपुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| शुद्धेन | शुध् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |