महाभारतम् — 13.90.46
Original
Segmented
वैखानसानाम् वचनम् ऋषीणाम् श्रूयते नृप दूराद् एव परीक्षेत ब्राह्मणान् वेदपारगान् प्रियान् वा यदि वा द्विः तेषु तत् श्राद्धम् आवपेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैखानसानाम् | वैखानस | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ऋषीणाम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रूयते | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दूराद् | दूरात् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
परीक्षेत | परीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वेदपारगान् | वेदपारग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वा | वा | pos=i |
यदि | यदि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
द्विः | द्विष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=krtya |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्राद्धम् | श्राद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आवपेत् | आवप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |