महाभारतम् — 13.90.15
Original
Segmented
श्वानः च पङ्क्ति-दूषाः च न अवेक्षेरन् कथंचन तस्मात् परिवृते दद्यात् तिलान् च अन्ववकीरयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्वानः | श्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| पङ्क्ति | पङ्क्ति | pos=n,comp=y |
| दूषाः | दूष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अवेक्षेरन् | अवेक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| परिवृते | परिवृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| दद्यात् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तिलान् | तिल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अन्ववकीरयेत् | अन्ववकीरय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |