महाभारतम् — 13.85.63
Original
Segmented
स इन्द्रेषु च एव लोकेषु प्रतिष्ठाम् प्राप्नुते शुभाम् इह लोके यशः प्राप्य शान्त-पाप्मा प्रमोदते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | स | pos=i |
इन्द्रेषु | इन्द्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रतिष्ठाम् | प्रतिष्ठा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्नुते | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शुभाम् | शुभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
शान्त | शम् | pos=va,comp=y,f=part |
पाप्मा | पाप्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रमोदते | प्रमुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |