महाभारतम् — 13.84.32
Original
Segmented
इति उक्त्वा तान् ततस् देवाः पुनः एव महीम् इमाम् परीयुः ज्वलनस्य अर्थे न च अविन्दन् हुताशनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ततस् | ततस् | pos=i |
देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
परीयुः | परी | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
ज्वलनस्य | ज्वलन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अविन्दन् | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
हुताशनम् | हुताशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |