महाभारतम् — 13.70.45
Original
Segmented
शुद्धो हि अर्थः न अवमन् स्वधर्मात् पात्रे देयम् देश-काल-उपपन्ने तस्माद् गावः ते नित्यम् एव प्रदेया मा भूत् च ते संशयः कश्चिद् अत्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुद्धो | शुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवमन् | अवमन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
स्वधर्मात् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पात्रे | पात्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
देयम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
देश | देश | pos=n,comp=y |
काल | काल | pos=n,comp=y |
उपपन्ने | उपपद् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
गावः | गो | pos=n,g=,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
प्रदेया | प्रदा | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=krtya |
मा | मा | pos=i |
भूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun_unaug |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |