Original

एवमादीनि मे तत्र धर्मराजो न्यदर्शयत् ।दृष्ट्वा च परमं हर्षमवापमहमच्युत ॥ ४१ ॥

Segmented

एवमादीनि मे तत्र धर्मराजो न्यदर्शयत् दृष्ट्वा च परमम् हर्षम् अवापम् अहम् अच्युत

Analysis

Word Lemma Parse
एवमादीनि एवमादि pos=a,g=n,c=2,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तत्र तत्र pos=i
धर्मराजो धर्मराज pos=n,g=m,c=1,n=s
न्यदर्शयत् निदर्शय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
pos=i
परमम् परम pos=a,g=m,c=2,n=s
हर्षम् हर्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
अवापम् अवाप् pos=v,p=1,n=s,l=lun
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अच्युत अच्युत pos=n,g=m,c=8,n=s