महाभारतम् — 13.70.4
Original
Segmented
उपस्पर्शन-सक्तस्य स्वाध्याय-निरतस्य च इध्मा दर्भाः सुमनसः कलशः च अभितस् जलम् विस्मृतम् मे तद् आदाय नदी-तीरात् इह आव्रज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपस्पर्शन | उपस्पर्शन | pos=n,comp=y |
सक्तस्य | सञ्ज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
स्वाध्याय | स्वाध्याय | pos=n,comp=y |
निरतस्य | निरम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
इध्मा | इध्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दर्भाः | दर्भ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सुमनसः | सुमनस् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
कलशः | कलश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अभितस् | अभितस् | pos=i |
जलम् | जल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विस्मृतम् | विस्मृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
नदी | नदी | pos=n,comp=y |
तीरात् | तीर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
इह | इह | pos=i |
आव्रज | आव्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |