महाभारतम् — 13.70.36
Original
Segmented
नाचिकेत उवाच श्रुत्वा वैवस्वत-वचः तम् अहम् पुनः अब्रुवम् अ गोमी गो प्रदातृ कथम् लोकान् निगच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नाचिकेत | नाचिकेत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
वैवस्वत | वैवस्वत | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
अ | अ | pos=i |
गोमी | गोमिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गो | गो | pos=i |
प्रदातृ | प्रदातृ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
कथम् | कथम् | pos=i |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
निगच्छति | निगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |