महाभारतम् — 13.6.39
Original
Segmented
धुन्धुमारः च राज-ऋषिः सत्त्रेषु एव जराम् गतः प्रीति-दायम् परित्यज्य सुष्वाप स गिरिव्रजे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धुन्धुमारः | धुन्धुमार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत्त्रेषु | सत्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| जराम् | जरा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| दायम् | दाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
| सुष्वाप | स्वप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गिरिव्रजे | गिरिव्रज | pos=n,g=m,c=7,n=s |