महाभारतम् — 13.55.2
Original
Segmented
कुशिक उवाच यदि प्रीतो ऽसि भगवन् ततस् मे वद भार्गव कारणम् श्रोतुम् इच्छामि मद्-गृहे वास-कारितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुशिक | कुशिक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यदि | यदि | pos=i |
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वद | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भार्गव | भार्गव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
गृहे | गृह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वास | वास | pos=n,comp=y |
कारितम् | कारय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |