महाभारतम् — 13.41.8
Original
Segmented
क्लिश्यमानम् अनङ्गेन त्वद्-संकल्प-उद्भवेन वै तत् पर्याप्नुहि माम् सुभ्रु पुरा कालो ऽतिवर्तते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्लिश्यमानम् | क्लिश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अनङ्गेन | अनङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| संकल्प | संकल्प | pos=n,comp=y |
| उद्भवेन | उद्भव | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पर्याप्नुहि | पर्याप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| सुभ्रु | सुभ्रू | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| कालो | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽतिवर्तते | अतिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |