महाभारतम् — 13.14.8
Original
Segmented
तस्य अहम् असुर-घ्नस्य कांश्चिद् भगवतो गुणान् भवताम् कीर्तयिष्यामि व्रतेशाय यथातथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
घ्नस्य | घ्न | pos=a,g=m,c=6,n=s |
कांश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भगवतो | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
कीर्तयिष्यामि | कीर्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
व्रतेशाय | व्रतेश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
यथातथम् | यथातथ | pos=a,g=n,c=2,n=s |