Original

तं वै शतमुखः प्राह योगो भवतु मेऽद्भुतः ।बलं च दैवतश्रेष्ठ शाश्वतं संप्रयच्छ मे ॥ ५९ ॥

Segmented

तम् वै शतमुखः प्राह योगो भवतु मे ऽद्भुतः बलम् च दैवत-श्रेष्ठ शाश्वतम् सम्प्रयच्छ मे

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
वै वै pos=i
शतमुखः शतमुख pos=n,g=m,c=1,n=s
प्राह प्राह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
योगो योग pos=n,g=m,c=1,n=s
भवतु भू pos=v,p=3,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ऽद्भुतः अद्भुत pos=a,g=m,c=1,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
दैवत दैवत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
शाश्वतम् शाश्वत pos=a,g=n,c=2,n=s
सम्प्रयच्छ सम्प्रयम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s