महाभारतम् — 13.14.25
Original
Segmented
तम् अर्थम् आवेद्य यद् अब्रवीत् माम् विद्याधर-इन्द्रस्य सुता भृश-आर्ता तान् अभ्यनुज्ञाय तदा अति दुःखात् गदम् तथा एव अति बलम् च रामम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आवेद्य | आवेदय् | pos=vi |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
विद्याधर | विद्याधर | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सुता | सुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
आर्ता | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्यनुज्ञाय | अभ्यनुज्ञा | pos=vi |
तदा | तदा | pos=i |
अति | अति | pos=i |
दुःखात् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
गदम् | गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अति | अति | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |