Original

ब्रह्मा शिवः काश्यपश्च नद्यो देवा मनोनुगाः ।क्षेत्रौषध्यो यज्ञवाहाच्छन्दांस्यृषिगणा धरा ॥ २० ॥

Segmented

ब्रह्मा शिवः काश्यपः च नद्यो देवा मनोनुगाः क्षेत्र-ओषधयः यज्ञवाहात् छन्दांसि ऋषि-गणाः धरा

Analysis

Word Lemma Parse
ब्रह्मा ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
शिवः शिव pos=n,g=m,c=1,n=s
काश्यपः काश्यप pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
नद्यो नदी pos=n,g=f,c=1,n=p
देवा देव pos=n,g=m,c=1,n=p
मनोनुगाः मनोनुग pos=a,g=m,c=1,n=p
क्षेत्र क्षेत्र pos=n,comp=y
ओषधयः ओषधि pos=n,g=f,c=1,n=p
यज्ञवाहात् यज्ञवाह pos=n,g=m,c=5,n=s
छन्दांसि छन्दस् pos=n,g=n,c=1,n=p
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
गणाः गण pos=n,g=m,c=1,n=p
धरा धरा pos=n,g=f,c=1,n=s