महाभारतम् — 13.14.183
Original
Segmented
यो ऽसृजद् दक्षिणाद् अङ्गाद् ब्रह्माणम् लोक-संभवम् वाम-पार्श्वात् तथा विष्णुम् लोक-रक्षा-अर्थम् ईश्वरः युग-अन्ते च एव सम्प्राप्ते रुद्रम् अङ्गात् सृजत् प्रभुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसृजद् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
दक्षिणाद् | दक्षिण | pos=a,g=n,c=5,n=s |
अङ्गाद् | अङ्ग | pos=n,g=n,c=5,n=s |
ब्रह्माणम् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
संभवम् | सम्भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वाम | वाम | pos=a,comp=y |
पार्श्वात् | पार्श्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
विष्णुम् | विष्णु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
रक्षा | रक्षा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युग | युग | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सम्प्राप्ते | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
रुद्रम् | रुद्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अङ्गात् | अङ्ग | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सृजत् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |