Original

ककुदं तस्य चाभाति स्कन्धमापूर्य विष्ठितम् ।तुषारगिरिकूटाभं सिताभ्रशिखरोपमम् ॥ १०९ ॥

Segmented

ककुदम् तस्य च आभाति स्कन्धम् आपूर्य विष्ठितम् तुषार-गिरि-कूट-आभम् सित-अभ्र-शिखर-उपमम्

Analysis

Word Lemma Parse
ककुदम् ककुद pos=n,g=n,c=1,n=s
तस्य तद् pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i
आभाति आभा pos=v,p=3,n=s,l=lat
स्कन्धम् स्कन्ध pos=n,g=m,c=2,n=s
आपूर्य आपूरय् pos=vi
विष्ठितम् विष्ठा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तुषार तुषार pos=n,comp=y
गिरि गिरि pos=n,comp=y
कूट कूट pos=n,comp=y
आभम् आभ pos=a,g=n,c=1,n=s
सित सित pos=a,comp=y
अभ्र अभ्र pos=n,comp=y
शिखर शिखर pos=n,comp=y
उपमम् उपम pos=a,g=n,c=1,n=s