Original

भैक्षचर्यापरो धर्मो धर्मो नित्योपवासिता ।नित्यस्वाध्यायिता धर्मो ब्रह्मचर्याश्रमस्तथा ॥ ३६ ॥

Segmented

भैक्ष-चर्या-परः धर्मो धर्मो नित्य-उपवासिन्-ता नित्य-स्वाध्यायिन्-ता धर्मो ब्रह्मचर्य-आश्रमः तथा

Analysis

Word Lemma Parse
भैक्ष भैक्ष pos=n,comp=y
चर्या चर्या pos=n,comp=y
परः पर pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
नित्य नित्य pos=a,comp=y
उपवासिन् उपवासिन् pos=a,comp=y
ता ता pos=n,g=f,c=1,n=s
नित्य नित्य pos=a,comp=y
स्वाध्यायिन् स्वाध्यायिन् pos=a,comp=y
ता ता pos=n,g=f,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रह्मचर्य ब्रह्मचर्य pos=n,comp=y
आश्रमः आश्रम pos=n,g=m,c=1,n=s
तथा तथा pos=i