महाभारतम् — 13.127.8
Original
Segmented
मृदङ्ग-पणव-उद्घुष्टम् शङ्ख-भेरी-निनादितम् नृत्यद्भिः भूत-संघैः च बर्हिणैः च समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मृदङ्ग | मृदङ्ग | pos=n,comp=y |
पणव | पणव | pos=n,comp=y |
उद्घुष्टम् | उद्घुष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
भेरी | भेरी | pos=n,comp=y |
निनादितम् | निनादय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नृत्यद्भिः | नृत् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
बर्हिणैः | बर्हिण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |