Original

प्रकृतिस्थं गिरिं दृष्ट्वा प्रीता देवी महेश्वरम् ।उवाच सर्वभूतानां पतिं पतिमनिन्दिता ॥ ३९ ॥

Segmented

प्रकृति-स्थम् गिरिम् दृष्ट्वा प्रीता देवी महेश्वरम् उवाच सर्व-भूतानाम् पतिम् पतिम् अनिन्दिता

Analysis

Word Lemma Parse
प्रकृति प्रकृति pos=n,comp=y
स्थम् स्थ pos=a,g=m,c=2,n=s
गिरिम् गिरि pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
प्रीता प्री pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
देवी देवी pos=n,g=f,c=1,n=s
महेश्वरम् महेश्वर pos=n,g=m,c=2,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
पतिम् पति pos=n,g=m,c=2,n=s
पतिम् पति pos=n,g=m,c=2,n=s
अनिन्दिता अनिन्दित pos=a,g=f,c=1,n=s