Original

युधिष्ठिर उवाच ।यद्वरं सर्वतीर्थानां तद्ब्रवीहि पितामह ।यत्र वै परमं शौचं तन्मे व्याख्यातुमर्हसि ॥ १ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच यद् वरम् सर्व-तीर्थानाम् तद् ब्रवीहि पितामह यत्र वै परमम् शौचम् तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
वरम् वर pos=a,g=n,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
तीर्थानाम् तीर्थ pos=n,g=n,c=6,n=p
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s
यत्र यत्र pos=i
वै वै pos=i
परमम् परम pos=a,g=n,c=1,n=s
शौचम् शौच pos=n,g=n,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
व्याख्यातुम् व्याख्या pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat