महाभारतम् — 13.106.27
Original
Segmented
शम्या-क्षेपैः अयजम् यत् च देवान् सद्यस्कानाम् अयुतैः च अपि यत् तत् त्रयोदश-द्वादश-अहान् च देव स पौण्डरीकान् न च तेषाम् फलेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शम्या | शम्या | pos=n,comp=y |
क्षेपैः | क्षेप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अयजम् | यज् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सद्यस्कानाम् | सद्यस्क | pos=a,g=m,c=6,n=p |
अयुतैः | अयुत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्रयोदश | त्रयोदशन् | pos=a,comp=y |
द्वादश | द्वादशन् | pos=n,comp=y |
अहान् | अह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स | स | pos=i |
पौण्डरीकान् | पौण्डरीक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
फलेन | फल | pos=n,g=n,c=3,n=s |