Original

पितामहस्य विदितं किमन्यत्र तपोबलात् ।तपसो यत्परं तेऽद्य तन्मे व्याख्यातुमर्हसि ॥ २ ॥

Segmented

पितामहस्य विदितम् किम् अन्यत्र तपः-बलात् तपसो यत् परम् ते ऽद्य तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
पितामहस्य पितामह pos=n,g=m,c=6,n=s
विदितम् विद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
तपः तपस् pos=n,comp=y
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
तपसो तपस् pos=n,g=n,c=6,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
ऽद्य अद्य pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
व्याख्यातुम् व्याख्या pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat